व्यक्तित्व परीक्षण, रेखांकन एवं परामर्श सेवा:

किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व के सम्यक विकास की एक व्यावहारिक रणनीति, जो विशेषकर उसके लिए व्यक्तिगत रूप से उपयोगी सिद्ध हो, को बनाने के पहले आनुवांशिक एवं परिस्थितिजन्य कारणों से अबतक विकसित हुई उसकी बुद्धिमत्ता, उसके मौलिक स्वभाव, आदतों, रुचियों, क्षमताओं और कमजोरियों का ठीक से पता लगाना उचित है। अतः हम नीचे दर्शित कोटियों के उपभोक्ताओं के व्यक्तित्व का मनोवैज्ञानिक परीक्षण उनके सामने इंगित उद्देश्य से करते हैं और उसके उपरांत आवश्यकतानुसार उन्हें व्यक्तिगत परामर्श प्रदान करतें है या विशेष रूप से नियोजित ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स के विभिन्न प्रारूपों के माध्यम से उनका समेकित व्यक्तित्व विकास सुनिश्चित करतें हैं। यह कार्यक्रम उन्हें अपनी सोच एवं आचार-विचार में सकारात्मक परिवर्तन लाने में उनकी सहायता करता है और वें अपने उद्देश्य को आनंद एवं शातिपूर्वक प्राप्त करने में सफल हो जाते हैं और अन्य लोगों पर उनकी निर्भरता न्यूनतम हो जाती है।

  • आठवी से लेकर नौवी कक्षा तक के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व की कमियों का पता लगाकर हमारे द्वारा विशेष रूप से नियोजित ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के प्रारूप संख्या पीएफसी/01 द्वारा इन कमियों को दूर करने के लिए।
  • दसवी कक्षा उत्तीर्ण करने वाले या ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ रहें विद्यार्थियों के लिए उनकी अभिरुचि के अनुसार आगे के अध्ययन के क्षेत्र के चयन हेतु और हमारे द्वारा विशेष रूप से नियोजित ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के प्रारूप संख्या पीएफसी/01 द्वारा उनके व्यक्तित्व की कमियों को दूर करने के लिए।
  • 25 वर्ष की आयु से अधिक के वयस्कों, जो इस समय मात्र अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियां निभा रहे हैं, के व्यक्तित्व की कमियों को दूर करने और अपने पारिवारिक मामलों के उत्तम प्रबंधन हेतु आवश्यक बुद्धिमत्ता ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स के प्रारूप संख्या पीएफसी/02 के माध्यम से विकसित करने हेतु।
  • कार्यशील वयस्कों के व्यक्तित्व की कमियों का पता लगाकर ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के प्रारूप संख्या पीएफसी/02 के माध्यम से इन्हें दूर करने के लिए ताकि वें अपनी नौकरी/पेशे में उत्कृष्ट परिणाम देने के साथ साथ प्रसन्न भी रह सकें।
  • वर्तमान लघु उद्द्यमियों के व्यक्तित्व में वर्तमान में जोखिम उठाने की क्षमता, अपने लिए उचित उद्यम चिन्हित करने, उसका प्रारूप विकसित करने, उसे नियोजित करने, स्थापित करने और उसका प्रबंधन करने के लिए आवश्यक कला-कौशल के चिन्हीकरण एवं व्यक्तित्व की अन्य कमियों का पता लगाने और गैर-आनुवांशिक कमियों को विशेष रूप से आयोजित ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स (पीएफसी/02) के माध्यम से दूर करने के लिए।
  • उद्द्यमिता को एक पेशे के रूप में अपनाने के इच्छुक व्यक्तियों के व्यक्तित्व में इस पेशे के लिए आवश्यक गुणों की उपलब्धता को चिन्हित करने एवं इन्हें विकसित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान एवं मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रयास फाउंडेशन कोर्स (पीएफसी/02) का आयोजन।
  • ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के प्रारूप संख्या पीएफसी/02 के माध्यम से लघु व्यावसायिक ईकाइयों के सफल प्रबंधन के लिए वर्तमान लघु व्यावसाय प्रबंधकों के व्यक्तित्व की कमियों और क्षमता का पता लगाकर उनके व्यक्तित्व के सम्यक विकास जिसमें भावनात्मक एवं नैतिक बुद्धिमत्ता भी शामिल है, विकसित करने हेतु।
  • गैर-लाभकारी/सामाजिक कल्याण कार्यों में संलग्न/गैर-सरकारी संस्थाओं के प्रबंधकों के व्यक्तित्व में इस प्रकार की संस्थाओं के सफल प्रबंधन के लिए आवश्यक गुणों, ज्ञान, कौशल के वर्तमान स्तर का पता लगाकर इनके विकास, जिसमें भावनात्मक एवं आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता भी शामिल है, के लिए विशेष व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम (पीएफसी/02) आयोजित करने के लिए।  
  • गैर-लाभकारी/सामाजिक कल्याण कार्यों में संलग्न/गैर-सरकारी संस्थाओं के प्रवर्तकों के व्यक्तित्व में इस प्रकार की संस्थाओं के सफल संचालन एवं विकास के लिए आवश्यक गुणों, ज्ञान, कौशल के वर्तमान स्तर का पता लगाकर इनके विकास, जिसमें भावनात्मक एवं आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता भी शामिल है, के लिए विशेष व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम (पीएफसी/02) आयोजित करने के लिए।

 

  • लघु व्यावसायिक एवं वाणिज्यिक संस्थाओं के कर्मचारियों के व्यक्तित्व के ऐसे गुणों, ज्ञान, कौशल जो इस संस्थाओं के दैनिक कार्यों क सफलतापूर्वक करने के लिए आवश्यक है के वर्तमान स्तर का पता लगाकर और उन्हें विकसित करने, जिसमें भावनात्मक एवं आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता बी शामिल है, व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम (पीएफसी/02) आयोजित करने के लिए।
  • गैर-वाणिज्यिक संस्थाओं के कर्मचारियों के व्यक्तित्व के ऐसे गुणों, ज्ञान, कौशल जो इस संस्थाओं के दैनिक कार्यों को सफलतापूर्वक करने के लिए आवश्यक है, के वर्तमान स्तर का पता लगाकर और उन्हें विकसित करने, जिसमें भावनात्मक एवं आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता भी शामिल है, व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम (पीएफसी/02) आयोजित करने के लिए।
  • सरकारी एवं लोक उपक्रमों के अधिकारियों/प्रबंधकों एवं कर्मचारियों के व्यक्तित्व की कमियों का पता लगाकर विशेष व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम (पीएफसी/03) के माध्यम से उन्हें दूर करना।
  • 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों या सेवानिवृत व्यक्तियों के व्यक्तित्व की वर्तमान कमियों का पता लगाकर व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम (पीएफसी/04) के माध्यम से उन्हें दूर करके उन्हें एक अधिकार विहीन परन्तु उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए सक्षम बनाना।
  • 75 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के व्यक्तित्व की वर्तमान कमियों का पता लगाकर व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम (पीएफसी/05) के माध्यम से उन्हें दूर करके उन्हें पूर्णतया अधिकार विहीन वैराग्यपूर्ण परन्तु उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए सक्षम बनाना।

 

हमारे व्यक्तित्व विकास मार्गदर्शक, विद्यार्थियों, वयस्कों, परिवारों के मुखियाओं, स्कूल/कॉलेज, लघु ईकाईयों एवं अन्य संस्थाओं से संपर्क करतें हैं और उन्हे स्वयं अपना, अपने परिवार के अन्य सदस्यों, अपने विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों के व्यक्तित्व का परीक्षण एवं रेखांकन करवाने, आवश्यतानुसार व्यक्तिगत परामर्श प्राप्त करने या ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के उचित प्रारूप में भाग लेकर अपने व्यक्तित्व का समेकित विकास करने के लिए उत्प्रेरित करतें हैं। व्यक्तित्व रेखांकन प्रक्रिया के अंतर्गत सम्बंधित व्यक्ति की मानसिक, सामाजिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता का मापन, उसकी व्यक्तिगत रुझान एवं अभिरुचियों का निर्धारण तथा उसके कार्य या चयनित क्षेत्र से सम्बंधित ज्ञान एवं कला कौशल की कमियों का पता लगाना शामिल होता है।

 

हम विशेषज्ञों खासकर मनोवैज्ञानिकों की एक नामिका बनाकर रखतें हैं जो व्यक्तित्व की कमियों को ध्यान में रखकर आवश्यकतानुसार व्यक्तिगत परामर्श भी प्रदान करतें हैं।

 

स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय आदि शैक्षणिक संस्थान, औद्योगिक, वाणिज्यिक तथा गैर- वाणिज्यिक संस्थाएं हमारी संस्थागत सदस्य बन सकती हैं। संस्थागत सदस्यता योजना के अंतर्गत हम किसी स्कूल या अन्य संस्था को उससे प्रदत्त पंजीकरण शुल्क मात्र एक बार प्राप्त करके उसका पंजीकरण करते हैं और उसके विद्यार्थियों, अध्यापकों, प्रबंधकों एवं कर्मचारियों के व्यक्तित्व का परीक्षण एवं रेखांकन एक निश्चित मासिक शुल्क एवं प्रति व्यक्ति नाम-मात्र के शुल्क पर करतें हैं जिसका निर्धारण आपसी विचार-विमर्श करके तय कर लिया जाता है। चूँकि हम समाज कल्याण की सोच से कार्य करतें है और उसके अनुसार ‘कोई लाभ कोई हानि नहीं’ और ‘अन्तर-सहायता’ के दो सिद्धांतो के आधार पर कार्य करतें हैं अतः हम मात्र अपने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष खर्चों के आधार पर अपनी विभिन्न सेवाओं का शुल्क निर्धारित करतें हैं। ‘अन्तर-सहायता’ के सिद्धांत के अनुसार अपनी सेवा के उपभोत्ता की भुगतान क्षमता को ध्यान में रखकर अपने सेवा शुल्क में आवश्यक छूट प्रदान करतें हैं और इस प्रकार यह सुनिश्चित करतें हैं कि कोई भी व्यक्ति, चाहे उसकी भुगतान क्षमता कुछ भी हो, हमारी सेवाओं से वंचित न रहे। अतः आप हमसे संपर्क करें और इस सेवा का लाभ उठायें।