प्रबंधन प्रणाली समीक्षा सेवा

यदि आप एकल स्वामित्व के साथ या एक कार्यशील भागीदार के रूप में या प्रबंधकीय नियंत्रण रखने वाले बहुसंख्यक अंशधारक के रूप में किसी वाणिज्यिक उपक्रम संचालित कर रहे हैं तो निश्चित रूप से आप उपक्रम में किये गए अपने निवेश पर उचित लाभदर की आकांक्षा करेगें। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए आप को विभिन्न आतंरिक प्रबंधन प्रणालियों को स्थापित करना पड़ेगा ताकि ऐसी घटनाओं की निगरानी और उनपर समय से नियंत्रण किया जा सके जो आप के उपक्रम की लाभप्रदता पर विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं। नियोजन, बजट प्रक्रिया, जोखिम प्रबंधन, सूचना एकत्रीकरण, विश्लेषण एवं उपयोग तथा आतंरिक लेखा परीक्षण आदि प्रणालियाँ आतंरिक प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली की अहम् अंश हैं और संस्थागत उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहायता करती हैं।  हमको यह पता है कि हमारे व्यावसाय का बाह्य परिवेश खासकर प्रतिस्पर्धात्मक परिवेश एक जैसा नहीं रहता और समय के साथ बदलता रहता है। अतः यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि हमारे उपक्रम की विभिन्न आतंरिक प्रबंधन नियंत्रण प्रणालियाँ बदलते परिवेश में भी उपयोगी सिद्ध हों। यह तभी संभव है जब हम उनका आवधिक समीक्षा करें और समय से साथ उनमें आवश्यक सुधार करके उन्हें प्रासंगिक बनाए रखें। इन आतंरिक प्रबंधन नियंत्रण प्रणालियों की भूमिका एवं महत्त्व निम्न है।

 

  1. नियोजन एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रबंधकीय प्रक्रिया है जिसके माध्यम से कोई भी संस्था अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न विभागों के लिए अल्पकालिक (1 से 3 वर्ष), मध्यमकालिक (3 वर्ष से अधिक तथा 5 वर्ष तक) तथा दीर्घकालिक (5 वर्ष से अधिक) समेकित भौतिक कार्य निष्पादन योजना तैयार करती है। इस प्रक्रिया में उपलब्ध योजना के वास्तविक प्रगति की समीक्षा एवं बदलते परिवेश में उसमें आवश्यक सुधार करना भी शामिल है। इस कारण रोलिंग योजना की अवधारणा काफी महत्वपूर्ण हो जाती है।
  2. बजट बनाने की प्रक्रिया में पूंजीगत एवं राजस्व खर्चों के लिए आवश्यक राशि का आकंलन, आवश्यक धन की आपूर्ति के संभावित श्रोत, व्यवसाय से संभावित आय, सकल वार्षिक लाभ, देय कर, शुद्ध लाभ, लाभांश का वितरण और पुनः निवेश के लिए रोका गया शुद्ध लाभ और विभिन्न वित्तीय सूचकांकों का अनुमान शामिल होता है। दूसरे शब्दों में बजट भौतिक योजना का वित्तीय स्वरूप होता है।
  3. जोखिम वें घटनाएं होती हैं जिनका विपरीत प्रभाव वित्तपोषण की लागत, आय, व्यय एवं व्यावसायिक लाभ पर पड़ता है जो बजट में आनुमानित राशि में नकारात्मक विचलन से रूप में सामने आता है। अतः ऐसी घटनाओं को समय रहते चिन्हित करके उनका प्रबंधन करना पड़ता है ताकि संभावित लाभ पर उनके नकारात्मक प्रभाव को न्यूनतम किया जा सके। जोखिम प्रबंधन व्यवसाय प्रबंधन का एक अन्यंत महत्वपूर्ण अंग होता है जिसमें विभिन्न प्रकार के जोखिम के प्रभावी प्रबंधन से संबंधित सारे कदम शामिल होतें हैं।
  4. प्रबंधन सूचना प्रणाली के अंतर्गत उपयोगी सूचनाओं एवं आकड़ो का एकत्रीकरण, उसका बुद्धिमानीपूर्ण विश्लेषण और उसके परिणाम का वस्तुनिष्ट निर्णय के लिए उपयोग करना शामिल है। किसी भी निर्णय की गुणवत्ता उसके लिए उपयोग की गई सूचना की गुणवत्ता पर निर्भर करती है।
  5. किसी भी संस्था के विभिन्न क्रियाकलापों की आवधिक आतंरिक जांच प्रणाली प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसके अंतर्गत संस्था की दैनिक क्रियाकलापों एवं उसके विभिन्न प्रबंधकीय एवं तकनीकी प्रक्रियाओं की आवधिक जांच की जाती है और यह देखा जाता है कि वें अपने पूर्व घोषित उद्देशों को प्राप्त कर पा रही हैं या नहींI इनमें सुधार के लिए उच्च प्रबंधन को आवश्यक सुझाव दिये जातें हैं। अतः आतंरिक लेखापरीक्षा प्रणाली की उपादेयता की जांच के लिए इसकी आवधिक समीक्षा करना आवश्यक है।

प्रयास व्यक्तित्व विकास सेवा (प्रा.) लि. (इसके बाद इसे मात्र ‘प्रयास’ कहा गया है, अपने विषय विशेषज्ञों के मध्यमम से उपभोक्ता सस्थाओं की विभिन्न आतंरिक प्रबंधन प्रणालियों की समीक्षा करके उनके बदलते व्यावसायिक परिवेश में उनकी उपादेयता एवं प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए आवश्यक सुधार के लिए सुझाव देने की सेवा प्रदान करने में संलग्न है। ‘प्रयास’ के विशेषज्ञ उपभोक्ता सस्थाओं की नियोजन, बजट निर्माण, बजट समीक्षा, जोखिम प्रबंधन, सूचना प्रबंधन एवं आन्तरिक लेखापरीक्षा प्रणाली की समीक्षा करतें हैं और संस्था की भविष्य दृष्टि के अनुसार उसके उद्देश्यों को प्राप्त करके उसके मिशन को प्राप्त करने हेतु इस प्रणालियों में आवश्यक सुधार करने के सुझाव देतें हैं।

प्रबंधन प्रणाली समीक्षा सेवा के अंतरगत निम्न आन्तरिक प्रबंधन प्रणालियों की समीक्षा की जाती है।

  1. नियोजन एवं नियत्रण प्रणाली
  2. बजट एवं नियंत्रण प्रणाली
  3. जोखिम प्रबंधन प्रणाल
  4. प्रबंधन सूचना प्रणाली
  5. आतंरिक लेखापरीक्षा प्रणाली

डॉ. राम चन्द्र राय वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर (सेवा निवृत) इस सेवा के लिए हमारे विशेषज्ञ हैं और वें हमारी तरफ से इस सेवा को प्रदान करतें हैं। उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी से भौतिकी में बी. एस. सी. (आनर्स), व्यावसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर एवं पी.एच.डी की उपाधियाँ प्राप्त किया है। केद्रीय सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से भारतीय रेलवे लेखा ज्वाइन करके के पूर्व उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की एक औद्योगिक परामर्शदाता संस्था के साथ वित्तीय एवं प्रबंध परामर्शदाता के रूप में 7 वर्ष (1977-1984) तक कार्य किया है। इस दौरान उन्होंने औद्योगिक, वित्तीय एवं प्रबंधन के क्षेत्र के कई  मामलों में परामर्श प्रदान किया है जिसमें नोएडा कि स्थापना एवं वित्त पोषण शामिल है। उन्होंने 7 वर्ष तक भारतीय रेलवे राष्ट्रीय अकादमी (पूर्व में रेलवे स्टाफ कॉलेज) वडोदरा में प्रोफेसर एवं वरिष्ट प्रोफेसर के रूप में कार्य किया है जिसमें पांच वर्ष तक उन्होंने कॉलेज की त्रैमासिक पत्रिका के कार्यकारी संपादक से रूप में भी कार्य किया है।  ये प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली से ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ माने जाते हैं।  इनकी खासियत किसी भी परामर्श कार्य को करते हुए संबंधित संस्था की दीर्घकालीन रणनीतिक परिवेश को ध्यान में रखकर अपनी सेवा प्रदान करना है ताकि उपभोक्ता को दीर्घकालीन लाभ प्राप्त हो।

इस सेवा का शुल्क इसमें लगने वाले विशेषज्ञ कार्यदिवसों पर निर्भर करता है और उपभोक्ता संस्था की देय क्षमता को ध्यान में रखते हुए हमारे विषय विशेषज्ञ द्वारा उसके साथ विचार-विमर्श करके निश्चित किया जाता है।

यदि आप अपने व्यवसाय में तीव्र गति से उन्नति करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें और अपनी संस्था की आतंरिक प्रबधन प्रणालियों की समीक्षा हमारे विशेषज्ञों से कराये। इस सेवा को प्राप्त करने के पूर्व आप को हमारे साथ एक करारनामे पर हस्ताक्षर करना पड़ेगा जिसकी शर्ते आप को आवंटित विशेषज्ञ द्वारा आप से विचार-विमर्श के उपरांत निश्चित की जायेगीं। इस करारनामें का प्रारूप इस वेबसाइट के सहमति पत्र से संबंधित पृष्ट पर उपलब्ध है जिसे आप देख सकतें हैं और अपनी आवश्यकतानुसार इसकी शर्तों में परिवर्तन करा सकतें हैं। यदि इस सेवा के संबंध में आप की कुछ शंकाए हैं तो इस वेबसाइट के ‘प्रायः पूंछे जाने वाले प्रश्नों’ वाले पृष्ट पर जाकर इस सेवा से संबंधित प्रश्नोत्तर पढ़े और अपनी शंकाओं का समाधान कर लें। यदि इसके बाद भी आप की कुछ शंकायें शेष हैं तो हमसें मोबाइल संख्या 7080210615 या ईमेल info@prayasvyaktitva.com  के माध्यम से संपर्क  करें।