वाणिज्यिक एवं गैर- वाणिज्यिक संस्थान
अपने कर्मचारियों एवं प्रबंधकों के व्यक्तित्व को स्व-निर्देशित एवं स्व-उत्प्रेरित बनाकर उनके व्यवहार को सकारात्मक बनाने एवं उनकी उत्पादकता बढ़ाने के लिए ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ को अपने यहाँ संचालित करने के लिए इच्छुक वाणिज्यिक या गैर-वाणिज्यिक या गैर-सरकारी संस्थाओं के मालिकों/भागीदारों/प्रबंध निदेशकों/मानव संसाधन विकास के प्रमुखों द्वारा प्रायः पूंछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न संख्या 01: ‘प्रयास’ की कौन गतिविधि सबसे महत्वपूर्ण है?
उत्तर: ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ जिसमे व्यक्तित्व रेखांकन एवं व्यक्तित्व का नियोजित विकास शामिल है, ‘प्रयास’ द्वारा संचालित सबसे महत्वपूर्ण गतिविधि है। यह एक समेकित व्यक्क्तित्व चिन्हीकरण एवं विकास कार्यक्रम है जो प्रतिभागियों की आचार-विचार में मौलिक एवं सकारात्मक परिवर्तन लाता है। किसी भी व्यक्ति के आचार-विचार में परिवर्तन लाना अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य है जिसमें यह कार्यक्रम सहायक सिद्ध होता है। अतः यह सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
प्रश्न संख्या 02: ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्व-संचालित एवं स्व-उत्प्रेरित व्यक्तित्व का विकास करके प्रतिभागियों को अपने जीवन की सारी चुनौतियों को प्रसन्नता एवं शांति के साथ सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम बनाना है। यह कार्यक्रम किसी भी प्रतिभागी को उसकी आर्थिक स्थिति के आधार पर प्रतिबंधित नहीं करता है क्योकि इसका शुल्क ‘कोई लाभ नहीं कोई हानि नहीं’ और ‘अंतर-सहायता’ के दो सिद्धांतों पर निर्धारित किया जाता है। अतः कोई भी व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार भुगतान करके इसमें भाग ले सकता है।
प्रश्न संख्या 3: हमारे प्रबंधक/कर्मचारी समय समय पर प्रबंधन/कर्मचारी विकास कार्यक्रम एवं महत्वपूर्ण व्यक्तियों के उत्प्रेरक लेक्चरों में प्रतिभागी बनते ही रहतें हैं तो उन्हें ‘प्रयास’ द्वारा संचालित ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ का प्रतिभागी क्यों बनना चाहिये? इस कोर्स में ऐसी क्या ख़ास बात है जो उनमें नहीं है?
उत्तर: वर्तमान में मानव संसाधन विकास कार्यक्रम सामान्यतया संस्थान के प्रभावी प्रबंधन के लिए आवशयक कला कौशल जैसे सामान्य प्रबंधन तथा विभिन्न विशिष्ट प्रबंधकीय क्षेत्रों जैसे परियोजना, वित्त, सामग्री प्रबंधन, मानव विकास, उत्पादन एवं विपणन आदि से सम्बंधित कौशल के विकास पर केद्रित होतें हैं लेकिन इनमें प्रतिभागी अधिकारियों, प्रबंधकों तथा कर्मचारियों के व्यक्तित्व का परीक्षण समयसिद्ध मनोवैज्ञानिक उपकरणों के माध्यम से करके उनके व्यक्तित्व की शक्तिओं एवं कमजोरियों का पता नहीं लगाया जाता है और उनके व्यक्तित्व संबंधी कमजोरियों को दूर करने का कोई सुनियोजित प्रयास नहीं किया जाता हैं। ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ यह कार्य सुनियोजित तरीके से करके उनकी भावनात्मक, नैतिक या आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता को विकसित करता है। इसके विकसित हो जाने से विभिन्न प्रबंधकीय कौशलों की प्रभावशीलता स्वत: बढ़ जाती है। संस्था में कार्यरत अधिकारियों, प्रबंधकों तथा कर्मचारियों की मानसिक बुद्धिमत्ता तो उच्च हो सकती है लेकिन अपने व्यक्तित्व की नकारात्मक प्रवृतियों जैसे कड़े परिश्रम से भागना, समूह में प्रभावी ढंग के कार्य करने और अपने कनिष्क, वरिष्ट एवं सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त करने में अक्षमता के कारण वें अपनी जिम्मेदारियों का सुनियोजित ढंग से और अपनी ऊर्जा को केन्द्रित करके सफलतापूर्वक निर्वाह नहीं कर पाते और कमजोर भावनात्मक एवं आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता के कारण वांछित पदोनत्ति आदि समय से नहीं प्राप्त कर पातें है और नैराश्य का शिकार भी हो सकतें हैं। ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स उनके व्यक्तित्व की कमजोरियों एवं विसंगतियों को चिन्हित करके उन्हें दूर करता है और बेहतर कार्य निष्पादन के साथ साथ उनके सामान्य व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाकर उन्हें शांति एवं प्रसन्नता के साथ सफलता प्राप्त करने में सक्षम बनाता है क्योकि उनका व्यक्तित्व स्व-उत्प्रेरित एवं स्व-निर्देशित बन जाता है। आप की संस्था द्वारा वर्तमान में आयोजित किये जा रहे सामान्य प्रबंधन एवं कर्मचारी विकास कार्यक्रमों के लिए यह कार्य कर पाना अत्यंत कठिन है। अतः उन्हें ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ में भाग लेना चाहिए।
प्रश्न संख्या 4: हमारे प्रबंधक एवं कर्मचारी अपने कार्य में इतना व्यस्त रहते हैं कि सायं तक पूरी तरह थक जाते हैं अतः रोजाना इस कोर्स के लिए एक घंटा कैसे निकाल पायेगें?
उत्तर: इस अनूठे कोर्स में भाग लेने के फलस्वरूप उनकी सोच एवं पारस्परिक व्यवहार में मौलिक परिवर्तन को ध्यान में रखकर अपने व्यस्त कार्यक्रम में से एक निकालना उनके अपने और आप की संस्था के हित में होगा। सकारात्मक सोच, सक्रीयता और स्व-निर्देशित व्यवहार का विकास सुनिश्चित किये बिना कितना भी प्रशिक्षण दे दिया जाय उसका कोई व्यावहारिक लाभ नहीं होगा। यदि आप का कोई प्रबंधक या कर्मचारी प्रयास फाउंडेशन कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा कर लेता है तो उसके कार्य निष्पादन की गति, गुणवत्ता एवं उत्पादकता में आशातीत सुधार होगा। एक प्रबंधक या कर्मचारी जो सक्रिय तथा स्व-उत्प्रेरित है, संस्था के लिए अत्यंत उपयोगी होता है और इसके विपरीत केवल कहने या निर्देश मिलने पर ही कार्य करने वाला प्रबंधक या कर्मचारी संस्था के लिये भार स्वरुप होता है। चूंकि प्रयास फाउंडेशन कोर्स प्रतिभागी के व्यक्तित्व को स्व-निर्देशित एवं स्व-उत्प्रेरित बनाता है आप की सस्था के मानव संसाधन की गुणवता और उसकी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में गुणात्मक सुधार होगा।
प्रश्न संख्या 05. हमारे प्रबंधक एवं कर्मचारी सुबह से शाम तक अपने कार्य में काफी व्यस्त रहते हैं। अतः रोजाना उनके पास ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के लिए एक घंटे का समय कहाँ से आयेगा ?
उत्तर आप के प्रबंधकों एवं कर्मचारियों की वर्तमान कार्यकुशलता व्यक्तित्व संबंधी कमियों के कारण अपेक्षाकृत काफी कम हो सकती है और उनके अन्दर सकारात्मक सोच, आदतें एवं आत्म-निर्भरता विकसित किये बिना इसमें सुधार संभव नहीं है जो प्रयास फाउंडेशन कोर्स विकसित करता है। अतः इसके लिए एक घंटे का समय निकालना न केवल वांछित है बल्कि अति आवश्यक है। किसी भी व्यक्ति द्वारा प्रयास फाउंडेशन कोर्स सफलतापूर्वक पूर्ण कर लेने के बाद उसकी समय-प्रबंधन क्षमता एवं व्यवहार की प्रभाविकता में काफी सुधार हो जाता है और अपने व्यक्तित्व के अनुरूप जो भी कार्य करता है उसमें सफल हो जाता है। अतः आप के मानव-संसाधन की गुणवत्ता में आशातीत सुधार होगा और आप की संस्था अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में अवश्य सफल होगी। अतः इस कोर्स के लाभों को ध्यान में रखकर सप्ताह के छः दिन एक घंटे समय निकालना जरुरी है।
प्रश्न संख्या. 6: हमारी सस्था की वर्तमान वित्तीय स्थिति को देखते हुए प्रति प्रबंधक या कर्मचारी 1000 रूपये दे पाना कठिन होगा। अतः हम इसकी फीस की व्यवस्था कैसे कर पायेगें?
उत्तर: चूँकि व्यक्तित्व विकास मार्गदर्शक के रूप में इस कोर्स का संचालन एवं प्रबंधन ‘प्रयास’ से निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करके आप के अपने अपने प्रबंधक ही करेगें अतः इस समयदान को ध्यान में रखकर आप के लिए प्रति प्रतिभागी शुल्क मात्र 500 रूपये ही होगा। इस कोर्स के कारण प्रति कर्मचारी उत्पादकता में संभावित वृद्धि को देखते हुए प्रति प्रबंधक या कर्मचारी 500 रूपये का खर्च करना आप के लिए कठिन नहीं होना चाहिए।
प्रश्न संख्या 7: हमारी संस्था अपने प्रबंधकों के लिए समय समय पर कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करती रहती है फिर इस कोर्स की क्या आवश्यकता है?
उत्तर: प्रबंधक तथा कर्मचारी विकास कार्यक्रमों का पूरा ध्यान संबंधित पदभार के लिए आवश्यक तकनीकी या प्रबंधकीय या कार्यालयीन कौशल विकसित करने पर होता है लेकिन इनमें व्यक्तित्व के सकारात्मक गुणों का विकास नहीं होता है। इनमें समयसिद्ध मनोवैज्ञानिक उपकरणों की सहायता से प्रतिभागियों के व्यक्तित्व का परीक्षण एवं निर्धारण नहीं किया जाता है अतः व्यक्तिगत कमजोरियों का पता नही चल पाता है। इसमें सामान्यतया एकतरफा संबाद होता है और प्रतिभागियों में आचार-विचार में आवश्यक परिवर्तन संभव नहीं हो पाता है। प्रयास फाउंडेशन कोर्स अद्यतन एवं समय सिद्ध मनोवैज्ञानिक उपकरणों द्वारा प्रतिभागियों के व्यक्तित्व का परीक्षण एवं निर्धारण करकर नियमित विचारमंथन एव स्व-निर्देशित लेखन प्रक्रिया के माध्यम उनके अन्य या वाह्य निर्भर व्यक्तित्व को स्व-निर्देशित, स्व-उत्प्रेरित एवं सक्रीय व्यक्तित्व में परिवर्तित होने में सहायक होता है। यह कार्य आप की संस्था, जो अपने दैनिक कार्यों में पूरी तरह संलग्न है, के लिए कर पाना अत्यंत कठिन है। चूँकि ‘प्रयास’ आप की संस्था द्वारा इस कोर्स के एक बैच के संचलन एवं प्रबंधन के लिए नामित तीन प्रबंधकों को निशुल्क प्रशिक्षण देकर इस कोर्स के संचालन एवं प्रबंधन में सम्पूर्ण तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान कर पूरी सहायता करता है अतः आप की संस्था को मात्र इसे हमारे निर्देशों के अनुसार संचालित करना है।
प्रश्न संख्या 8: नौकरी में सफल कार्य-निष्पादन में मानसिक बुद्धिमत्ता के तुलना में भावनात्मक, सामाजिक एवं नैतिक या आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता का क्या महत्त्व है? यदि किसी व्यक्ति की मानसिक बुद्धिमता का स्तर उच्च है तो वह आसानी से अच्छा परिणाम दे सकता है। अतः किसी कर्मचारी या प्रबंधक को ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ जो भावनात्मक, सामाजिक एवं नैतिक या आध्यात्मिक बुद्धिमता विकसित करने का दावा करता है, क्यों ज्वाइन करना चाहिए?
उत्तर: अधिकांश कार्यों या नौकरियों या पेशों, जिसमें स्व-रोजगार भी शामिल है, में व्यक्ति को समूह में अन्य कर्मचारियों या सहकर्मियों के साथ एक टीम के रूप में कार्य करना पड़ता है और अपने नीचे के लोगो का सहयोग एवं ऊपर के लोगों का मार्गदर्शन भी प्राप्त करना पड़ता है। कमजोर भावनात्मक, सामाजिक एवं नैतिक या आध्यात्मिक बुद्धिमता वाला व्यक्ति, अपने कनिष्क एवं वरिष्ट कर्मचारियों/अधिकारियों एवं अपनी टीम के अन्य सदस्यों से आवश्यक सहयोग तथा मार्गदर्शन नहीं प्राप्त कर पाता है और अपनी बात पर अड़कर बात-बात झगडा कर बैठता है और सबसे अलग-थलग पड़ जाता है इसके फलस्वरूप वह न केवल स्वयं असफल हो जाता है बल्कि संस्था की सफलता में भी बाधक बन जाता है। अतः यदि किसी व्यक्ति की भावनात्मक, सामाजिक तथा नैतिक या आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता अविकसित है तो वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह ठीक से नहीं कर पाता है। चूँकि ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ उन्मुक्त विचारमंथन प्रक्रिया के माध्यम से भावनात्मक, सामाजिक तथा नैतिक या आध्यात्मिक बुद्धिमता का सम्यक विकास सुनिश्चित करता है अतः आप ने प्रबंधकों एवं कर्मचारियों को इसे अवश्य ज्वाइन करना चाहिए।
प्रश्न संख्या 9: यह कैसे सिद्ध होता है की ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ में भाग लेने से प्रतिभागी के व्यक्तित्व का विकास उचित दिशा में हो रहा है? क्या प्रतिभागी को कोर्स के अंत में ऐसा परिवर्तन दर्शित करता हुआ कोई प्रमाणपत्र दिया जाता है?
उत्तर: इस कोर्स में प्रवेश लेने के एक माह के अन्दर प्रतेक प्रतिभागी के व्यक्तित्व की जाँच की जाती है और उसके परिणाम के आधार पर उसके प्रवेश पूर्व व्यक्तित्व का रेखांकन करके उसकी फाइल में रख लिए जाता है। इस कोर्स की समाप्ति के 15 दिन पूर्व उसके व्यक्तित्व की पुनः जाँच करके उसका संशोधित रेखांकन किया जाता है। दोनों की तुलना करके उसके व्यक्तित्व में हुए परिवर्तन को इंगित करते हुए एक व्यक्तित्व विकास रपट बनाई जाती है जिसमें उसके व्यक्तित्व की मौलिक विशिष्टताये भी इंगित की जाती है और उसके व्यक्तित्व के विकास की निरंतरता बनाए रखने के लिए कुछ सुझाव भी दिए जातें हैं। इन्हें उसके अभिभावक तथा स्कूल या कॉलेज को लागू करने के लिए कहा जाता है। यह रपट कोर्स की समाप्ति पर प्रतेक प्रतिभागी को दी जाती है। इसको देखकर उसके अभिभावक तथा परिवार के अन्य सदस्य या स्कूल उसके व्यक्तित्व में हुए सकारात्मक परिवर्तन का आसानी से पता लगा सकतें हैं। ये परिवर्तन उसके दैनिक आचार-विचार में भी दिखते हैं।
प्रश्न संख्या 10: ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ की क्लास में जाने के पूर्व हमारे प्रबंधकों एवं कर्मचारियों को क्या क्या तैयारी करनी पड़ेगी? इसके लिए उन्हें अतिरिक्त समय कहाँ से मिलेगा ?
उत्तर: इसके क्लास के लिए आप के प्रबंधकों एवं कर्मचारियों को कोई भी तैयारी नहीं करनी पड़ेगी। उनको अपनी रूचि के विषय पर मात्र एक पृष्ट लिखकर इस कोर्स को संचालित करने वाले व्यक्तित्व विकास मार्गदर्शक को देना होता है और उसके बाद जिस भी विचार विन्दु पर चर्चा या विचारमंथन हो रहा है उसके विभिन्न पहलुओं पर अपने वर्तमान ज्ञान के अनुसार अपने विचार प्रकट करने होते हैं और अन्य प्रतिभागियों द्वारा प्रकट किये गए विचारों पर अपनी टिप्पणी देनी होती है। इस उन्मुक्त चर्चा से सम्बंधित विषय के बारे में उनका ज्ञान बढेगा और चर्चा के अंत में कोई कमी रह भी गई है तो संबंधित व्यक्तित्व विकास मार्गदर्शक उसकी पूर्ति प्रतिभागियों को उसके बचे पहलूओं पर चर्चा के लिए उत्प्रेरित करके और उनसे चर्चा कराकर कर देगा। इसलिए उन्हें किसी तैयारी की जरुरत नहीं है।
प्रश्न संख्या. 11: ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के संचालन एवं प्रबंधन के किये हमारे संस्थान की जिम्मेदारियां क्या क्या होगीं?
उत्तर: इस कोर्स के संचालन एवं प्रबंधन के किये आप के संस्थान को निम्न जिम्मेदारियां निभानी होगीं।
- आप का संस्थानं मात्र 500 रूपये जमा करके अपना ‘प्रयास’ के संस्थागत सदस्य के रूप में पंजीकरण कराएगा।
- इसका संचालन एवं प्रबंधन आप के प्रबंधकों द्वारा ही सस्था के प्रबंधकों एवं कर्मचारियों के लिए किया जाएगा।
- इस पाठयक्रम की सामान्य अवधि मात्र 6 माह है। यह अवधि इस मानकर निर्धारित की गयी गई कि रविवार को छोड़कर प्रतिदिन 60 मिनिट का एक विचारमंथन सत्र चलाया जाएगा। यदि इस सत्र की अवधि और दिनों की संख्या में परिवर्तन होता है तो इसका प्रभाव इसकी अवधि पर पडेगा। इसकी संभावित अवधि सभी बातों को ध्यान में रखकर और संबंधित क्षेत्र प्रबंधक के माध्यम से ‘प्रयास’ से परामर्श करके निश्चित की जायेगी।
- संस्था अपने नामित प्रबंधकों को उचित संख्या में वैकल्पित प्रबंधकों के साथ अपने खर्च पर प्रशिक्षण के लिए भेजेगी। यद्यपि प्रशिक्षण निशुल्क है परन्तु आने जाने और ठहरने आदि का खर्च संस्था या सम्बन्धित प्रबंधकों को उठाना पड़ेगा।
- प्रशिक्षण के बाद इन प्रबंधकों को इस कोर्स के संचालन एवं प्रबंधन के लिए ‘व्यक्तित्व विकास मार्गदर्शक’ के रूप में नामित लिया जाएगा।
- किसी एक बैच के आरम्भ हो जाने के बाद उस बैच में किसी नए प्रतिभागी का प्रवेश नही लिया जाएगा।
- एक बैच में अधिकतम 40 प्रबंधकों या कर्मचारियों का पंजीकरण किया जा सकता है। कर्मचारी और अधिकारियों या प्रबंधकों के अलग अलग बैच बनाए जायेगें।
- प्रयास व्यक्तित्व विकास मार्गदर्शक का कार्य कोर्स के आरम्भ होने के 15 दिन के अन्दर और फिर कोर्स के समाप्त होने के 15 दिन पूर्व प्रतिभागियों का समूह में व्यक्तित्व परीक्षण करना और उसकी उत्तर पुस्तिकाएं ‘प्रयास’ को 7 दिन के अन्दर प्रेषित करना होगा।
- आप की संस्था को इस कोर्स के बैच की संख्या के अनुसार कक्षाओं की व्यवस्था करनी होगी और प्रयास यह करना होगा कि प्रतिभागी गोलाकार बैठ सकें।
- यदि कोई मार्गदर्शक किसी भी कारणवश स्वयं को आवंटित कोर्स चलाने में असमर्थ है तो उसे आप की संस्था से पूर्व अनुमति लेनी होगी और उसके स्थान पर पूर्व प्रशिक्षित प्रबंधक को इस कार्य पर लगाना होगा।
- प्रत्येक प्रतिभागी के व्यक्तित्व की विशिष्टता के अनुसार छोटे-छोटे समूह बनाकर संचालक प्रबंधक ‘प्रयास’ की सलाह के अनुसार प्रतिभागियों को अनौपचारिक मार्गदर्शन देगा।
- संचालक प्रबंधक प्रतेक प्रतिभागी को अपनी रूचि के विषय पर रोजाना एक पृष्ट लिखकर लाने को कहेगा और इसे प्राप्त केने के बाद ही उस दिन का विचारमंथन सत्र आरम्भ करेगा और इस सत्र की समाप्ति के तुरंत बाद इन पृष्ठों को सम्बंधित प्रतिभागी की फाइल में सुरक्षित रखेगा।
- कोर्स के अंत में प्रतिभागियों से कोर्स के बारे में प्रतिपुष्टि प्राप्त करके उसपर संबंधिक अपने सुझाव के साथ प्रतिभागियों की फाइल में रखकर सभी फाइलें ‘प्रयास’ को कोर्स की समाप्ति के 15 दिन पूर्व अवश्य उपलब्ध करायेगा ताकि ‘प्रयास’ प्रतिभागियों की व्यक्तित्व विकास रपट समय से तैयार करके वितरण के लिए आप की संस्था को उपलब्ध करा सके।
- इस कोर्स का शुल्क मात्र 500 रुपये है जो इस कोर्स के संचालन एवं प्रबंधन के लिए तकनीकी मार्गदर्शक देने एवं व्यक्तित्व परीक्षण एवं रेखाकन के लिए ‘प्रयास’ को देय होगा। प्रतिभागियों से शुल्क प्राप्त करने के 10 दिन के अन्दर ‘प्रयास’ को देय राशि का भुगतान करना सुनिश्चित करना होगा।
- प्रयास संस्था से प्राप्त राशि की रसीद देगा।
- ‘प्रयास’ की अधिकृत प्रतिनिधि जिसमें सम्बंधित क्षेत्र प्रबंधक, समूह नेता आदि शामिल हैं को इस कोर्स के विचारमंथन सत्र या अन्य किसी कार्यक्रम में किसी भी समय बैठने का अधिकार होगा। वें अपने सुझाव संचालक प्रबंधक, संस्था प्रमुख एवं ‘प्रयास’ को दे सकता है।
प्रश्न संख्या 12: प्रयास फाउंडेशन कोर्स के संचालन एवं प्रबंधन के सन्दर्भ में ‘प्रयास’ की क्या भूमिका एवं जिम्मेदारियां हैं?
उत्तर : शुल्क की पूरी राशि प्राप्त हो जाने के बाद ‘प्रयास’ प्रयास फाउंडेशन कोर्स के संचालन एवं प्रबंधन के सन्दर्भ में निम्न भूमिका एवं जिम्मेदारियां निभाएगा।
- प्रतेक प्रतिभागी का पंजीकरण करेगा और उसे एक विशिष्ट अनुक्रमांक आवंटित करेगा जिसका संदर्भ भविष्य में दिया जा सकता है।
- प्रतेक प्रतिभागी की अलग अलग फाइल खोलेगा और उसी में उसके सारे कागजात जिसमें उसके व्यक्तित्व परीक्षण की पुस्तिकाएं, अपनी रूचि के विषय पर रोजाना लिखे गए पृष्ट एवं उसकी प्रतिपुष्टि आदि रखी जायेगी।
- आप की संस्था द्वारा नामित प्रबंधकों को इस कोर्स के विचारमंथन सत्रों के संचालन, व्यक्तित्व परीक्षण, लघु समूहों का मार्गदर्शन एवं इसके प्रबंधन से सम्बंधित सभी गतिविधियों के प्रभावी संचालन के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
- विचार मंथन के लिए प्रश्नोत्तरी (एक साथ 10 प्रश्नोत्तर) उपलब्ध करायेगा परन्तु संबंधित प्रबंधक की यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी कि पांच प्रश्न बचे रहने पर ही वह अतिरिक्त प्रश्नों की मांग करें ताकि प्रश्नों के अभाव में विचारमंथन प्रक्रिया में कोई भी व्यवधान न उत्पन्न हो।
- समय समय पर प्राप्त प्रतिपुष्टि के आधार पर पाठ्यक्रम का नियमित संशोधन एवं परिमार्जन।
- इस कोर्स के पहले एवं अंतिम माह में व्यक्तित्व परीक्षणके लिए मनोवैज्ञानिक उपकरण उपलब्ध कराना और उसकी उत्तरपुस्तिकाओं की प्राप्ति के 15 दिन के अन्दर प्रतिभागियों के व्यक्तित्व की प्रवेश एवं निर्गमन रूपरेखा तैयार कराना एवं उसके आधार पर उनकी व्यक्तित्व विकास रपट तैयार करके संस्था को वितरण हेतु उपलब्ध कराना।
- क्षेत्र प्रबंधक तथा उसके द्वारा नियुक्त सहायक प्रबंधक या ‘प्रयास’ द्वारा नामित प्रतिनिधि इस कोर्स के संबधित व्यक्तित्व विकास मार्गदर्शक द्वारा संचालन एवं प्रबंधन पर नजर रखेगें और समय-समय पर आवश्यक सुधारात्मक कार्यवाही करेगें ताकि इसकी गुणवत्ता बनी रहे।
- संस्था को सभी प्रतिभागियों की व्यक्तित्व विकास रपट उपलब्ध करा देने और इसकी अवधि पूर्ण हो जाने के बाद ‘प्रयास’ की जिम्मेदारी समाप्त हो जायेगी।
प्रश्न संख्या 13: इस कोर्स में प्रतिभागिता करने से मुख्यतः क्या लाभ होतें हैं?
उत्तर : इस कोर्स से प्राप्त होने वाले मुख्य लाभ अपने व्यक्तित्व की अच्छी समझ, बेहतर आत्म-अनुशासन, सम्यक समय प्रबंधन, अपने परिवार के सदस्यों, सगे-संबंधियों, मित्रों एवं अन्य लोगों के साथ बेहतर सम्बन्ध, भविष्य में अपने जींवन का बेहतर प्रबंधन, अपनी नौकरी/पेशे में सफलता, प्रसन्नता में बृद्धि और सामाजिक प्रतिष्ठा में बृद्धि शामिल हैं। यह पाठ्यक्रम प्रतिभागी के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लायेगा और और वह अपने जीवन की सारी चुनौतियों का सामना शांतिपूर्ण तरीके एवं प्रसन्नतापूर्वक करते हुए सफल होता है।.
प्रश्न संख्या 14: हमारी संस्था ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ के संचालन एवं प्रबधन के लिए ‘प्रयास’ का भागीदार कैसे बना सकती है?
उत्तर: यदि आप की संस्था अपने प्रबंधकों एवं कर्मचारियों के व्यक्तित्व के समग्र विकास के लिए ‘प्रयास फाउंडेशन कोर्स’ का संचालन अपने प्रबंधकों द्वारा कराना चाहती हैं तो आप संस्थाओं के लिए प्रदत्त सहमति पत्र का प्रारूप डाउनलोड करें और उसकी शर्तों को ध्यान से पढ़े। यदि आप उनसे सहमत हों तो स्वयं से सम्बंधित पंजीकरण फार्म भी डाउनलोड करें और उसे भरकर ‘प्रयास व्यक्तित्व विकास सेवा प्रा. लि. गोरखपुर’ के नाम से जारी 500 रूपये के डिमांड बैंक ड्राफ्ट के साथ और हस्ताक्षरित सहमति पत्र के साथ पंजीकृत डाक द्वारा हमें प्रेषित कर दें। हम आप की संस्था को इस कोर्स के संचालन एवं प्रबंधन के लिए पूर्ण तकनीकी मार्गदर्शन जिसमें आप की सस्था द्वारा नामित प्रबंधकों का प्रशिक्षण भी शामिल है, प्रदान करेगें।
प्रश्न संख्या 15: क्या मैं ‘प्रयास के कार्यालय में आकर मिल सकता हूँ?
उत्तर: वर्तमान में हमारे दो कार्यालय हैं । पंजीकृत कार्यालय एच -19, चतुर्थ चरण, राप्ती नगर (लीटिल फ्लावर स्कूल के पास ) राप्तीनगर गोरखपुर 273013 (संपर्क 7080210612 तथा 7080210614) में और मुख्यालय 513 फेलिक्स स्क्वायर सुशांत गोल्फ सिटी लखनऊ 226030 (संपर्क 8127569995 तथा 7080210615 ) में है। आप उक्त मोबाइल नंबर पर बात करके अपने मिलने का समय निर्धारित कराकर मिल सकते हैं और अपनी सभी शंकाओं का समाधान कर सकतें हैं।